🌷🌹🥀🌻🌼🌸🌺
*मैंने गीता कुरान को कभी लड़ते नहीं देखा...*
*जो इनके लिए लड़ते हैं उन्हें कभी पढ़ते नहीं देखा...*
*🙏🏻सुप्रभात🙏🏻*
*पानी में डूबकी लगाकर तीर्थ किये हजार,*
*इनसे क्या होगा अगर बदले नहीं विचार..!!*
🌻🌻 सुप्रभात 🌻🌻
*नशीब नशीब म्हणतो* *आपण*
*पण तसं काहीही नसत*.
*कर्म करत राहीलं*
*कि समाधान मिळत असतं*.
*हातावरच्या रेषांच काय*
*तसंही विशेष नसतं*
🙂👍🏻👉🏻👇🏻
*कारण ज्यांना हातच* *नसतात*
*भविष्य तर त्यांचही असतं.*
*मैंने गीता कुरान को कभी लड़ते नहीं देखा...*
*जो इनके लिए लड़ते हैं उन्हें कभी पढ़ते नहीं देखा...*
*🙏🏻सुप्रभात🙏🏻*
*पानी में डूबकी लगाकर तीर्थ किये हजार,*
*इनसे क्या होगा अगर बदले नहीं विचार..!!*
🌻🌻 सुप्रभात 🌻🌻
*नशीब नशीब म्हणतो* *आपण*
*पण तसं काहीही नसत*.
*कर्म करत राहीलं*
*कि समाधान मिळत असतं*.
*हातावरच्या रेषांच काय*
*तसंही विशेष नसतं*
🙂👍🏻👉🏻👇🏻
*कारण ज्यांना हातच* *नसतात*
*भविष्य तर त्यांचही असतं.*
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